बुझ जाएंगी सारी आवाजें यादें यादें रह जाएंगी
More Gulzar Shayari in Hindi
मैं कभी सिगरेट पीता नहीं
तुम मिले तो क्यों लगा मुझे खुद से मुलाकात हो गई
आखिर कह ही डाला उसने एक दिन
तुझको बेहतर बनाने की कोशिश में
नहीं रहूँगा मैं तब भी रहूँगा
ये माना इस दौरान कुछ साल बीत गए
लगता है जिंदगी आज कुछ ख़फ़ा है
ये माना इस दौरान कुछ साल बीत गए हैं
हम ने अकसर तुम्हारी राहों में
चखकर देखी है कभी तन्हाई तुमने