ये माना इस दौरान कुछ साल बीत गए
More Gulzar Shayari in Hindi
मैं तो चाहता हूँ हमेशा मासूम बने रहना
तारीफ़ अपने आप की करना फ़िज़ूल है
मैं कभी सिगरेट पीता नहीं
ये माना इस दौरान कुछ साल बीत गए हैं
बुझ जाएंगी सारी आवाजें यादें यादें रह जाएंगी
थम के रह जाती है जिंदगी
मिलता तो बहुत कुछ है इस ज़िन्दगी में
उम्र जाया कर दी लोगों ने
तकलीफ खुद ही कम हो गई
नहीं रहूँगा मैं तब भी रहूँगा