पलक से पानी गिरा है तो उसको गिरने दो
More Gulzar Shayari in Hindi
मैं तो चाहता हूँ हमेशा मासूम बने रहना
मैं कभी सिगरेट पीता नहीं
तारीफ़ अपने आप की करना फ़िज़ूल है
मेरी लिखी हर बात को कोई समझ नहीं पाता
तुम मिले तो क्यों लगा मुझे खुद से मुलाकात हो गई
हम ने अकसर तुम्हारी राहों में
कब आ रहे हो मुलाक़ात के लिए
लगता है जिंदगी आज कुछ ख़फ़ा है
तकलीफ खुद ही कम हो गई
कभी तो चौंक के देखे कोई हमारी तरफ