तुझको बेहतर बनाने की कोशिश में
More Gulzar Shayari in Hindi
उम्र जाया कर दी औरों के वजूद में नुक्स निकालते
तारीफ़ अपने आप की करना फ़िज़ूल है
थम के रह जाती है जिंदगी
तारीफ़ अपने आप की करना फ़िज़ूल है
लगता है जिंदगी आज कुछ ख़फ़ा है
मैं तो चाहता हूँ हमेशा मासूम बने रहना
हम ने अकसर तुम्हारी राहों में
उम्र जाया कर दी लोगों ने
पनाह मिल जाए रूह को जिसका हाथ थामकर
मिलता तो बहुत कुछ है इस ज़िन्दगी में