लगता है जिंदगी आज कुछ ख़फ़ा है
More Gulzar Shayari in Hindi
मेरी लिखी हर बात को कोई समझ नहीं पाता
हम ने अकसर तुम्हारी राहों में
चखकर देखी है कभी तन्हाई तुमने
पनाह मिल जाए रूह को जिसका हाथ थामकर
तकलीफ खुद ही कम हो गई
पलक से पानी गिरा है तो उसको गिरने दो
कौन कहता है कि हम झूठ नहीं बोलते
उम्र जाया कर दी औरों के वजूद में नुक्स निकालते
तारीफ़ अपने आप की करना फ़िज़ूल है
बुझ जाएंगी सारी आवाजें यादें यादें रह जाएंगी