कभी तो चौंक के देखे कोई हमारी तरफ
More Gulzar Shayari in Hindi
मैं कभी सिगरेट पीता नहीं
चखकर देखी है कभी तन्हाई तुमने
पलक से पानी गिरा है तो उसको गिरने दो
तेरे शहर तक पहुँच तो जाता
थोड़ा सुकून भी ढूँढिये जनाब
बुझ जाएंगी सारी आवाजें यादें यादें रह जाएंगी
कब आ रहे हो मुलाक़ात के लिए
तकलीफ खुद ही कम हो गई
ये माना इस दौरान कुछ साल बीत गए हैं
जिंदगी ये तेरी खरोंचे हैं मुझ पर