तेरे शहर तक पहुँच तो जाता
More Gulzar Shayari in Hindi
तारीफ़ अपने आप की करना फ़िज़ूल है
तेरे शहर तक पहुँच तो जाता
मैं तो चाहता हूँ हमेशा मासूम बने रहना
ये माना इस दौरान कुछ साल बीत गए
भूलने की कोशिश करते हो
थोड़ा सुकून भी ढूँढिये जनाब
उम्र जाया कर दी लोगों ने
चखकर देखी है कभी तन्हाई तुमने
तुझको बेहतर बनाने की कोशिश में
पलक से पानी गिरा है तो उसको गिरने दो