अक्सर वही दिये हाथों को जला देते हैं
More Gulzar Shayari in Hindi
तुझको बेहतर बनाने की कोशिश में
कब आ रहे हो मुलाक़ात के लिए
नहीं रहूँगा मैं तब भी रहूँगा
पलक से पानी गिरा है तो उसको गिरने दो
जिंदगी ये तेरी खरोंचे हैं मुझ पर
मैं तो चाहता हूँ हमेशा मासूम बने रहना
ये माना इस दौरान कुछ साल बीत गए
तारीफ़ अपने आप की करना फ़िज़ूल है
ये माना इस दौरान कुछ साल बीत गए हैं
मिलता तो बहुत कुछ है इस ज़िन्दगी में