अक्सर वही दिये हाथों को जला देते हैं
More Gulzar Shayari in Hindi
तुझको बेहतर बनाने की कोशिश में
हम ने अकसर तुम्हारी राहों में
अक्सर वही दिये हाथों को जला देते हैं
चखकर देखी है कभी तन्हाई तुमने
तारीफ़ अपने आप की करना फ़िज़ूल है
पलक से पानी गिरा है तो उसको गिरने दो
तेरे शहर तक पहुँच तो जाता
तकलीफ खुद ही कम हो गई
पनाह मिल जाए रूह को जिसका हाथ थामकर
उम्र जाया कर दी लोगों ने