अब तो रिहा कर दो अपने ख्यालों से मुझको
More 2 Line Shayari in Hindi
कहां जख्म खोल बैठा पगले यह नमक का शहर है
अब तो रिहा कर दो अपने ख्यालों से मुझको
कौन समझ पाया है आज तक हमें
तुम तस्वीरें बदलो मैं तारीफ के तरीके
उड़ने दो मिट्टी कहां तक जाएगी
उजालों में मिल ही जाएगी कोई ना कोई
ऐलान उसका देखिए कि वो मजे में है
उम्र कटी दो अल्फ़ाज़ में एक आस में एक काश में
मेरे मरने पर तो लाखो रोने वाले हैं
फुरसत में ही याद कर लिया करो हमें