सीख नहीं पा रहा हूँ मीठे झूठ बोलने का हुनर
More 2 Line Shayari in Hindi
सुनने वाला ही न सुन पाए तो ये बात अलग है
सीख नहीं पा रहा हूँ मीठे झूठ बोलने का हुनर
उम्र कटी दो अल्फ़ाज़ में एक आस में एक काश में
उड़ने दो मिट्टी कहां तक जाएगी
तहजीब अदब और सलीका भी तो कुछ है
हम समंदर हैं हमें खामोश ही रहने दो
रूह का सकून है इश्क शर्त है सही इंसान से हो
एक लाइन में क्या तेरी तारी लिखूँ
जो मांगू वो दे दिया कर ए जिंदगी
ऐलान उसका देखिए कि वो मजे में है