सीख नहीं पा रहा हूँ मीठे झूठ बोलने का हुनर
More 2 Line Shayari in Hindi
ख्वाहिशों ने सिखाया कि मचलना कैसे है
शायरों की बस्ती में कदम रखा तो जाना
एक लाइन में क्या तेरी तारी लिखूँ
कहां जख्म खोल बैठा पगले यह नमक का शहर है
कौन समझ पाया है आज तक हमें
जो मांगू वो दे दिया कर ए जिंदगी
उजालों में मिल ही जाएगी कोई ना कोई
हम समंदर हैं हमें खामोश ही रहने दो
दिन में काम नहीं सोने देता रात में एक नाम नहीं सोने देता
ऐलान उसका देखिए कि वो मजे में है