तहजीब अदब और सलीका भी तो कुछ है
More 2 Line Shayari in Hindi
उम्र कटी दो अल्फ़ाज़ में एक आस में एक काश में
तुम तस्वीरें बदलो मैं तारीफ के तरीके
दिन में काम नहीं सोने देता रात में एक नाम नहीं सोने देता
एक लाइन में क्या तेरी तारी लिखूँ
ख्वाहिशों ने सिखाया कि मचलना कैसे है
हम समंदर हैं हमें खामोश ही रहने दो
फुरसत में ही याद कर लिया करो हमें
फितूर होता है हर उम्र में जुदा जुदा
शायरों की बस्ती में कदम रखा तो जाना
तहजीब अदब और सलीका भी तो कुछ है