उम्र कटी दो अल्फ़ाज़ में एक आस में एक काश में
More 2 Line Shayari in Hindi
शायरों की बस्ती में कदम रखा तो जाना
मेरे मरने पर तो लाखो रोने वाले हैं
हम समंदर हैं हमें खामोश ही रहने दो
कहां जख्म खोल बैठा पगले यह नमक का शहर है
अब तो रिहा कर दो अपने ख्यालों से मुझको
सीख नहीं पा रहा हूँ मीठे झूठ बोलने का हुनर
सुनने वाला ही न सुन पाए तो ये बात अलग है
कौन समझ पाया है आज तक हमें
एक लाइन में क्या तेरी तारी लिखूँ
उड़ने दो मिट्टी कहां तक जाएगी