लिया मुझे तूफ़ाँ की मौज ने वरना
More 2 Line Shayari in Hindi
उम्र कटी दो अल्फ़ाज़ में एक आस में एक काश में
अब तो रिहा कर दो अपने ख्यालों से मुझको
उड़ने दो मिट्टी कहां तक जाएगी
रूह का सकून है इश्क शर्त है सही इंसान से हो
ख्वाहिशों ने सिखाया कि मचलना कैसे है
मेरे मरने पर तो लाखो रोने वाले हैं
उजालों में मिल ही जाएगी कोई ना कोई
तहजीब अदब और सलीका भी तो कुछ है
लिया मुझे तूफ़ाँ की मौज ने वरना
ऐलान उसका देखिए कि वो मजे में है