उजालों में मिल ही जाएगी कोई ना कोई
More 2 Line Shayari in Hindi
उजालों में मिल ही जाएगी कोई ना कोई
शायरों की बस्ती में कदम रखा तो जाना
उड़ने दो मिट्टी कहां तक जाएगी
हम समंदर हैं हमें खामोश ही रहने दो
रूह का सकून है इश्क शर्त है सही इंसान से हो
कहां जख्म खोल बैठा पगले यह नमक का शहर है
लिया मुझे तूफ़ाँ की मौज ने वरना
ख्वाहिशों ने सिखाया कि मचलना कैसे है
कौन समझ पाया है आज तक हमें
एक लाइन में क्या तेरी तारी लिखूँ