इंसान तभी कुछ करता है जब वो अपने काम के
More Shahid Bhagat Singh Quotes in Hindi
राख का हर एक कण मेरी गर्मी से गतिमान है
मेरा धर्म देश की सेवा करना है
दिल से निकलेगी न मरकर भी वतन की उल्फत
इंसान तभी कुछ करता है जब वो अपने काम के
मेरा धर्म सिर्फ देश की सेवा करना है
क्रांतिकारी सोच के दो आवश्यक लक्षण है
अपने दुश्मन से बहस करने के लिये उसका अभ्यास
लिख रह हूँ मैं अंजाम जिसका कल आगाज़ आएगा
जिंदगी तो सिर्फ अपने कंधों पर जी जाती है
यदि बहरों को सुनाना है तो आवाज़ को बहुत