मैं एक मानव हूँ और जो कुछ भी मानवता को प्रभावित
More Shahid Bhagat Singh Quotes in Hindi
दिल से निकलेगी न मरकर भी वतन की उल्फत
इंसान तभी कुछ करता है जब वो अपने काम के
मेरा धर्म सिर्फ देश की सेवा करना है
मैं एक मानव हूँ और जो कुछ भी मानवता को प्रभावित
लिख रह हूँ मैं अंजाम जिसका कल आगाज़ आएगा
इंसानों को कुचलकर आप उनके विचारो को नही मार सकते
व्यक्ति की हत्या करना सरल है
यदि बहरों को सुनाना है तो आवाज़ को बहुत
अपने दुश्मन से बहस करने के लिये उसका अभ्यास
राख का हर एक कण मेरी गर्मी से गतिमान है