वह अकेले ही पुरी दुनिया में मुर्दे कि भस्म से नहाते हैं
More Mahakal Quotes in Hindi
गांजे मे गंगा बसी चीलम में चार धाम
सारा ब्राम्हॉंन्ड झुकता हैं जिसके शरण में
ना पूछो मुझसे मेरी पहचान मैं तो भस्मधारी हूँ
हिन्दूगिरी के बादशाह हैं हम तलवार हमारी रानी हैं
ना मैं उच नीच में रहूँ ना ही जात पात में रहूँ
इतना ना सजा करो मेरे महाकाल आपको नज़र लग जायेगी
झुकता नही शिव भक्त किसी के आगे
वह अकेले ही पुरी दुनिया में मुर्दे कि भस्म से नहाते हैं
गरज उठे गगन सारा समंदर छोड़े अपना किनारा
आँधी तूफान से वो डरते हैं जिनके मन में प्राण बसते हैं