Mahakal Quotes in Hindi Collection
सारा ब्राम्हॉंन्ड झुकता हैं जिसके शरण में
गांजे मे गंगा बसी चीलम में चार धाम
भागना मत मौत से एक एहसान चढ़ा देगी
वह अकेले ही पुरी दुनिया में मुर्दे कि भस्म से नहाते हैं
गरज उठे गगन सारा समंदर छोड़े अपना किनारा
जैसे हनुमानजी के सीने में तुमको सियापति श्री राम मिलेंगे
आँधी तूफान से वो डरते हैं जिनके मन में प्राण बसते हैं
ना पूछो मुझसे मेरी पहचान मैं तो भस्मधारी हूँ
इतना ना सजा करो मेरे महाकाल आपको नज़र लग जायेगी
हिन्दूगिरी के बादशाह हैं हम तलवार हमारी रानी हैं
किसी ने मुझसे कहा इतने ख़ूबसूरत नहीं हो तुम
ना मैं उच नीच में रहूँ ना ही जात पात में रहूँ
नही पता कौन हूँ मैं और कहा मुझे जाना हैं
जब जब लगने लगे डर ले लो नाम दिल से महाकाल का
झुकता नही शिव भक्त किसी के आगे