हजारों दीयों को एक ही दिए से बिना
More Suvichar in Hindi
कोई भी पीछे जाकर नई शुरुआत नहीं कर सकता
आज के परिणाम अतीत के कर्मों से तय होते हैं
आपका हर सपना सच हो सकता है
मृत्यु दुखों का अंत नहीं है
प्रगति के अंकुर उस घर में ही फुंटते हैं
जब दुनिया कहती है कि हार मान लो
हजारों दीयों को एक ही दिए से बिना
सफलता असफलता की संभावनाओं के आकलन में
मेरी तकदीर को बदल देंगे मेरे बुलंद इरादे
कभी भी किसी जरूरतमंद को अपनी चौखट पर जलील मत कीजिए