प्रगति के अंकुर उस घर में ही फुंटते हैं
More Suvichar in Hindi
कभी भी किसी जरूरतमंद को अपनी चौखट पर जलील मत कीजिए
आज के परिणाम अतीत के कर्मों से तय होते हैं
तुम पानी जैसे बनो जो अपना रास्ता खुद बनाता है
जब दुनिया कहती है कि हार मान लो
प्रगति के अंकुर उस घर में ही फुंटते हैं
कोई भी पीछे जाकर नई शुरुआत नहीं कर सकता
मेरी तकदीर को बदल देंगे मेरे बुलंद इरादे
मृत्यु दुखों का अंत नहीं है
अज्ञानी होना गलत नहीं है अज्ञानी बने रहना गलत है
सफलता असफलता की संभावनाओं के आकलन में