निगाहों में मंजिल थी गिरे और गिरकर संभलते रहे
More Inspirational Shayari in Hindi
निगाहों में मंजिल थी गिरे और गिरकर संभलते रहे
रोये बगैर तो प्याज भी नहीं कटता
हर पतंग जानती है की उसे कचरे में जाना है
याद रखना सपने तुम्हारे है तो पूरे भी तुम ही करोगे
सफलता की लड़ाई अकेले ही लड़नी पड़ती है
जो व्यक्ति जिंदगी में कभी संघर्ष से परिचित नहीं होता