मंजिलें मिले ना मिले ये तो मुकद्दर की बात है
More Life Thoughts in Hindi
देखा हुआ सपना सपना ही रह जाता है
Kuch Log Apne Toh Hote Hai
मंजिलें मिले ना मिले ये तो मुकद्दर की बात है
जब गुलामी की आदत हो जाती है
जिद करना सीखो
जब दर्द और कडवी बोली दोनों मीठी लगने लगे
दुनिया में सबसे कड़वी चीज इंसान की जुबान है
पति सुख तो अकेला काट लेगा
Pehle log Dil se baat karte the
Kuch Log Bahot Acche Lagte Hain