मेरी सारी हसरतें मचल गयी
जब तुमने सोचा एक पल के लिए
अंजाम-ए-दीवानगी क्या होगी
जब तुम मिलोगी मुझे उम्र भर के लिए
❤️ Happy Propose Day ❤️
More Happy Propose Day Quotes With Image in Hindi
आँखों से आँखे मिलाकर तो देखो
आँखों से आँखे मिलाकर तो देखो
हमारे दिल से दिल मिलाकर तो देखो
सारे जहां की खुशिया तेरे दामन में रख देंगे
हमसे प्यार का इज़हार करके तो देखो
❤️ Happy Propose Day ❤️
मुझे खामोश राहों में तेरा साथ चाहिए
मुझे खामोश राहों में तेरा साथ चाहिए
तन्हा है मेरा हाथ तेरा हाथ चाहिए
जूनून-ए-इश्क़ को तेरी ही सौगात चाहिए
मुझे जीने के लिए तेरी ही ज़ात चाहिए
❤️ Happy Propose Day ❤️
तेरे दिल को सजायेंगे अपने अरमान देकर
तेरे दिल को सजायेंगे अपने अरमान देकर
तेरे लबो को हसाएंगे अपनी मुस्कान देकर
प्यार की कसम तुझे कबर से भी उठा लाएंगे
तेरे जिस्म में हम अपनी सारी जान देकर
❤️ Happy Propose Day ❤️
जुदाई का वक़्त हमें बेक़रार करता है
जुदाई का वक़्त हमें बेक़रार करता है
हमारे हालात हमें मजबूर करते हैं
ज़रा हमारी आँखें तो पढ़ लो एक बार
हम खुद कैसे कहें आपसे बहुत प्यार करते हैं
❤️ Happy Propose Day ❤️
दिल ये मेरा तुमसे प्यार करना चाहता हैं
दिल ये मेरा तुमसे प्यार करना चाहता हैं
अपनी मोहब्बत का इज़हार करना चाहता है
देखा हैं जब से तुम्हे मेने मेरे ए-सनम
सिर्फ तुम्हारा ही दीदार करने को दिल चाहता हैं
❤️ Happy Propose Day ❤️
नज़रे मिले तो प्यार हो जाता हैं
नज़रे मिले तो प्यार हो जाता हैं
पलके उठे तो इज़हार हो जाता हैं
न जाने क्या कशिश हैं चाहत में
के कोई अनजान भी हमारी
ज़िन्दगी का हक़दार हो जाता हैं
❤️ Happy Propose Day ❤️
आँखों की गहराई को समझ नहीं सकते
आँखों की गहराई को समझ नहीं सकते
होंटो से हम कुछ कह नहीं सकते
कैसे बया करे हम आपको ये दिल-ए- हाल
के तुम्ही हो जिसके बगैर हम रह नहीं सकते
❤️ Happy Propose Day ❤️
दिल करता हैं ज़िन्दगी तुझे दे दू
दिल करता हैं ज़िन्दगी तुझे दे दू
ज़िन्दगी की सारी खुशियाँ तुझे दे दू
दे दे अगर तू मुझे भरोसा अपने साथ का
तो यकीन मान अपनी सांसे भी तुझे दे दू
❤️ Happy Propose Day ❤️
तुम अपनी चाहत का इज़हार जो करो
तुम अपनी चाहत का इज़हार जो करो
हमारी तरह ही हम तुम्हे दीवाना बना देंगे
तन्हाई में तुम्हारी हम महफ़िल सजा देंगे
लबों पे तुम्हारी एक मुस्कान जगा देंगे
❤️ Happy Propose Day ❤️
कसूर तो था ही इन निगाहों का जो चुपके से दीदार कर बैठा
कसूर तो था ही इन निगाहों का
जो चुपके से दीदार कर बैठा
हमने तो खामोश रहने की ठानी थी
पर बेवफा ये ज़ुबान इज़हार कर बैठा